- प्रीतम सिंह व डॉ हरक सिंह को बड़ी जिम्मेदारी दी
- प्रमोद तिवारी बने चुनाव प्रबंधन समिति के चेयरमैन
- ज़िला अध्यक्षों की नई टीम भी घोषित
नई दिल्ली/देहरादून। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस में बड़ा संगठनात्मक फेरबदल करते हुए गणेश गोदियाल को नया प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू मानी जाएगी। पार्टी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल की और से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष ने उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कैंपेन कमेटी और इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्षों की नियुक्ति को भी मंज़ूरी दी है।
इन समितियों में— प्रीतम सिंह को कैंपेन कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। डॉ. हरक सिंह रावत को इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। साथ ही, कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा को कांग्रेस कार्य समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किया है और उनके योगदान की सराहना की है।
ज़िला कांग्रेस अध्यक्षों की सूची घोषित
कांग्रेस संगठन सृजन अभियान के तहत प्रदेश के 27 ज़िलों के ज़िला कांग्रेस अध्यक्षों की भी घोषणा की गई है। प्रत्येक जिले में एआईसीसी पर्यवेक्षकों द्वारा की गई विस्तृत समीक्षा और वरिष्ठ नेताओं के साथ परामर्श के बाद इन नियुक्तियों को मंज़ूरी दी गई।
अल्मोड़ा – भूपेन्द्र सिंह भोज, बागेश्वर – अर्जुन चन्द्र भट्ट,चमोली – सुरेश डिमरी, चम्पावत – चिराग सिंह फरत्याल, देहरादून सिटी – डॉ. जसविंदर सिंह गोगी, हल्द्वानी सिटी – गोविन्द सिंह बिष्ट, काशीपुर सिटी – श्रीमती अलका पाल, रुद्रपुर सिटी – ममता रानी, देवप्रयाग – उत्तम असवाल,
डीडीहाट – मनोहर सिंह टोलिया, हरिद्वार – बलेश्वर सिंह, हरिद्वार सिटी – अमन गर्ग, कोटद्वार – विकास नेगी, कोटद्वार सिटी – मीना देवी, नैनीताल – राहुल छिमवाल, पछवादून – संजय किशोर, परवदून – मोहित उनियाल, पौड़ी गढ़वाल – विनोद सिंह नेगी, पिथौरागढ़ – मुकेश पंत,पुरोला – दिनेश चौहान, रानीखेत – दीपक किरोला, रुड़की – फुरकान अहमद, रुड़की सिटी – राजेन्द्र कुमार चौधरी, रुद्रप्रयाग – कुलदीप कंदारी, टिहरी गढ़वाल – मुरारी लाल खंडवाल, उधमसिंह नगर – हिमांशु गाबा, उत्तरकाशी – प्रदीप सिंह रावत को बनाया गया हैं।
इन नियुक्तियों से उत्तराखंड कांग्रेस के संगठन को नया नेतृत्व और ऊर्जा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनावों की तैयारी के मद्देनज़र संगठन को ज़मीनी स्तर पर मज़बूत करने की दिशा में यह कदम उठाया गया है।




