पटवारी पेपर लीक मामले में 25-25 हजार के दो इनामी गिरफ्तार

Two arrested in Patwari paper leak case
पकड़े गए आरोपी।

Two arrested in Patwari paper leak case

रिजार्ट में हल करवाया था पेपर, अब तक 15 जा चुके हैं जेल

हरिद्वार। Two arrested in Patwari paper leak case उत्तराखंड राज्य लोक सेवा आयोगसे हुए पटवारी पेपर लीक मामले में लगातार कार्रवाई जारी है। एसआईटी ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों की गिरफ्तारी सहारनपुर बिहारीगढ़ के एक रिजॉर्ट से की गई है।

दोनों पर आरोप है कि उन्होंने 25-25 हजार रुपये लेकर सहारनपुर के एक रिजॉर्ट में छात्रों से पेपर हल करवाए थे। अब तक इस मामले में कुल 15 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।जांच अधिकारी रेखा यादव ने बताया कि अभी फिलहाल दो नई गिरफ्तारियां की गई हैं।

एक आरोपी का नाम धर्मेंद्र और दूसरे का नाम देवी सिंह है। आरोपी संजीव दुबे के रिजॉर्ट में ही इन्होंने छात्रों को बुलाकर पेपर हल करवाने का काम किया था। इस काम के लिए दोनों को 25-25 हजार रुपये दिए गए थे।

आरोपी देवी सिंह रिजॉर्ट में ही काम करता था, जबकि दूसरा व्यक्ति धर्मेंद्र एक छात्र है और रुड़की के एक कोचिंग सेंटर से कोचिंग कर रहा है। इन दोनों का काम छात्रों को पेपर पढ़ाने और हल करवाने में सहायता करना था।

जांच में यह भी पता लगा है कि इन दोनों को पैसों का लालच दिया गया था, जिस वजह से उन्होंने इस गलत काम में आरोपियों का साथ दिया। एसआईटी प्रभारी रेखा यादव ने बताया कि धर्मेंद्र ने मई 2022 में ऐई भर्ती का पेपर दिया था।

पेपर पढ़वाने के दौरान उनकी निगरानी की थी

हालांकि, वो उस समय पेपर लीक कांड में शामिल नहीं था, लेकिन बाद में जनवरी 2023 में हुई पटवारी भर्ती परीक्षा में उसने राजपाल के कहने से अपने बुग्गावाला स्थित घर में पेपर पढ़वाते हुए 25 हजार लिए थे। इसी तरह संजीव दुबे के मौसेरे भाई देवी सिंह ने बिहारीगढ़ सहारनपुर स्थित रिसॉर्ट में पेपर पढ़वाने के दौरान उनकी निगरानी की थी।

उन्होंने बताया कि दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वहीं, इनामी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां की जाएंगी।पुलिस का कहना है कि अभी और गिरफ्तारी होनी बाकी हैं।

जिन लोगों की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो पाई है अगर वह पुलिस की पकड़ से दूर रहे तो पुलिस उनकी संपत्ति की कुर्की की कार्रवाई करेगी। इस पूरे मामले पर चाहे कोई बीजेपी का नेता हो या कोई छात्र नेता किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।

पुलिस का कहना है कि पटवारी पेपर लीक में अगर किसी ने छोटा सा रोल भी अदा किया है तो उसे भी बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में अब तक 15 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिसमें संजीव चतुर्वेदी लोक सेवा आयोग में अनुभाग अधिकारी है, उसकी पत्नी रितु को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

प्रमोद कुमार, मनीष कुमार, संजीव कुमार उर्फ संजीव दुबे, राजपाल, राम कुमार, सोनू उर्फ खड़कू, दीपक, सौरभ, अंकुश, अभय राम, सुरेश, देवी सिंह और धर्मेंद्र कुमार की गिरफ्तारी हो चुकी है।