BJP bent on violating democratic values
देहरादून। BJP bent on violating democratic values एक बहुत ही चौकाने वाले प्रकरण में मुख्य शिक्षा अधिकारी अल्मोड़ा ने जनपद के 9 विद्यालयों के प्रधानाचार्य को शासकीय पत्र भेजकर कक्षा 9 और कक्षा 11 के छात्र-छात्राओं को एबीवीपी के होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आदेश जारी किया है।
उपरोक्त प्रकरण पर कड़ा हमला बोलते हुए उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आज लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन करने पर उतारू हो गई है।
दसौनी ने कहा कि भाजपा को अपने गिरेबान में झांकने की जरूरत है एक तरफ तो भारतीय जनता पार्टी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में बच्चों के इस्तेमाल का अनर्गल आरोप लगाती है|
अल्मोड़ा के मुख्य शिक्षा अधिकारी का यह पत्र विवादों में है। इंटर कॉलेजों के प्रिंसिपल को लिखे पत्र में एबीवीपी के सम्मेलन में भाग लेने के लिए 9वीं व 11वीं के विद्यार्थियों के साथ दो शिक्षकों को प्रतिभाग करवाने को कहा है। कांग्रेस प्रवक्ता @garimadasauni ने इसकी कड़ी आलोचना की है pic.twitter.com/1FZRteysCa
— उत्तरपथ. (@uttarpath) February 23, 2023
वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड में अल्मोड़ा जनपद के मुख्य शिक्षा अधिकारी सरकारी पत्र जारी करते हुए 9 सरकारी विद्यालयों के प्रधानाचार्य को आदेश देते हुए देखे जा रहे हैं जिसमें कक्षा 9 और 11 के मासूम बच्चों को भीड़ बढ़ाने के लिए एबीवीपी के कार्यक्रम में जबरन भेजे जाने की बात कही गई है।
दसौनी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का स्तर दिन पर दिन गिरता चला जा रहा है अपने कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए और भीड़ बढ़ाने के लिए अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का इस्तेमाल निश्चित तौर पर निंदनीय है।
भारतीय जनता पार्टी के हाथों की कठपुतली बन चुका है : Garima Dasauni
दसौनी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी अल्मोड़ा के इस कृत्य की भर्त्सना करते हुए कहा की भाजयुमो के कार्यक्रम में मुख्य शिक्षा अधिकारी की रूचि बता रही है कि आज पूरा सरकारी अमला किस तरह से भारतीय जनता पार्टी के हाथों की कठपुतली बन चुका है।
दसौनी ने मुख्यमंत्री से अपेक्षा की कि वह तुरंत मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी को पद मुक्त करें। संज्ञान में यह आया है की मुख्य शिक्षा अधिकारी का तबादला कर दिया गया है|
भाजयुमो का कार्यक्रम भी 16 फरवरी को संपन्न हो चुका है परंतु सवाल यह है कि मुख्य अधिकारी का तबादला करना ही उनके इस कृत्य की माफी है?और क्या इतने संगीन अपराध की इतनी सजा काफी है? दसौनी ने बताया की उक्त प्रकरण अत्यंत शर्मनाक है जिसकी शिकायत करते हुए मुख्य सचिव को उत्तराखंड कांग्रेस के द्वारा ज्ञापन दिया गया और एक प्रति महामहिम राज्यपाल को भी प्रेषित की गई है|