अंकिता भण्डारी हत्याकांड : आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर

Charge sheet filed in Ankita Bhandari murder case

Charge sheet filed in Ankita Bhandari murder case

देहरादून| Charge sheet filed in Ankita Bhandari murder case उत्तराखंड के चर्चित व निर्मम हत्याकांड अंकिता भण्डारी मर्डर केस में एसआईटी द्वारा अपनी सम्पूर्ण जांच पूरी करने के उपरांत हत्याकांड के तीनो आरोपियों के खिलाफ तैयार किये जा चुके आरोप पत्र को आज कोटद्वार के न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम में दाखिल किया जा गया है।

एसआईटी द्वारा मामले में सभी तथ्यों व सबूतों के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी धारा 120 बी, 201,302 सहित 354 क,5(1)बी में आरोपी बनाया है। पुलिस को आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने को 20 दिसंबर तक का समय दिया गया था।

आज पुलिस मुख्यालय में अंकिता भण्डारी हत्याकांड को लेकर आयोजित पत्रकार वार्ता में अपर पुलिस महानिदेशक वी0मुरुगेशन द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि एसआईटी द्वारा अंकिता हत्याकांड के तीनों आरोपियों पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भाष्कर, अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता के खिलाफ सभी जांच पूरी करते हुए उनके खिलाफ आरोप पत्र बना लिया है।

एसआईटी ने हत्याकांड से जुड़े सभी गवाहों, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों व तथ्यों के आधार पर अभियुक्तों को आईपीसी धारा 120 बी, 201,302 सहित 354 क,5(1)बी अनैतिक व्यापार में आरोपी बनाया है।

एडीजी ने बताया कि एसआईटी द्वारा 500 पेजों का आरोप पत्र बनाया गया व 100 गवाहों के बयान लगाए गए है। इसके साथ ही एसआईटी द्वारा मामले में महत्वपूर्ण गवाहो के बयान पूर्व में ही सीआरपीसी 164 में न्यायालय के समक्ष दर्ज किए जा चुके है। जिसके बाद आज एसआईटी द्वारा तैयार किया गया आरोप पत्र न्यायालय के समक्ष प्रेषित किया गया।

नार्को व पॉलीग्राफ टेस्ट करवाये जाने हेतु कार्यवाही जारी रखी जायेगी

उन्होंने कहा कि आरोप पत्र दाखिल करने के उपरांत भी एसआईटी द्वारा आरोपियों के खिलाफ नार्को व पॉलीग्राफ टेस्ट करवाये जाने हेतु कार्यवाही जारी रखी जायेगी।

जानकारी हो कि जनपद पौड़ी गढ़वाल के गंगा भोगपुर स्थित वनन्तरा रिजॉर्ट में काम करने वाली अंकिता भण्डारी(19) निवासी पौड़ी गढ़वाल 18 सितंबर की रात से ही गायब होने को लेकर अंकिता के माता पिता द्वारा जिलाधिकारी से गुहार लगाई गई थी।

जिस पर जिलाधिकारी द्वारा 22 सितंबर को मामला पुलिस को सौंपे जाने के बाद पुलिस द्वारा होटल कर्मियों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा आखिरी बार अंकिता को होटल के स्वामी पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भाष्कर व अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता के साथ बाहर जाते हुए देखा था जिसके बाद पुलिस द्वारा तीनो आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उनके द्वारा 18 सितम्बर को लड़ाई होने के बाद चीला नहर में फेंकने की बात कबूली थी।

पुलिस द्वारा 24 सितंबर को अंकिता भण्डारी की लाश चीला नहर से बरामद की थी।जिलाधिकारी द्वारा अंकिता भण्डारी के गायब होंने की शिकायत पर ढिलाई बरतने पर पटवारी को बर्खास्त कर दिया था।

वहीं अंकिता की हत्या के बाद अंकिता भण्डारी व उसके एक दोस्त की व्हाट्सएप्प चैट सामने आने के बाद प्रथम दृष्टया जांच में पता चला कि रिसोर्ट मालिक व हत्यारोपी पुलकित आर्य व उसके दो दोस्तों द्वारा रिसोर्ट में आने वाले वीआईपी को खास सर्विस देने का दबाव बनाया जा रहा था जिसके चलते उनके बीच कई बार झगड़े हुए थे व आरोप है कि उन तीनों हत्यारोपियों द्वारा 18 सितंबर की रात अंकिता कर दी गयी थी।

प्रदेश के इस चर्चित व निर्मम हत्याकांड में मुख्यमंत्री द्वारा तत्काल कार्यवाही के लिए हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था।

एसआईटी को मामला सौपें जाने के बाद से एसआईटी द्वारा हत्यारोपियों से सवाल जवाब की प्रक्रिया सहित हत्या से जुड़े इलेक्ट्रॉनिक व अन्य सुबूतों की छानबीन कर आज 17 दिसंबर को आरोपियों के खिलाफ कोटद्वार न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम के समक्ष आरोप पत्र दाखिल किया गया है। हत्या के तीनों आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में पौड़ी जेल में बंद है|