दिव्यांग किरायेदार ने दुकान मालिक के बेटे का अपहरण कर की हत्या

Disabled tenant killed shop owner's son

हरिद्वार। अपहरण कर फिरौती मांगने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया। अपहरणकर्ता ने युवक की हत्या कर शव नहर में फेंक दिया था। आरोपी दर्जी है और मृतक की ही दुकान में किरायेदार है। बताया गया है कि उसे पैसों की जरूरत थी और दो महीने तक क्राइम पेट्रोल देखने के बाद यह अपहरण और हत्या की साजिश रची थी।

रुड़की सिविल लाइंस कोतवाली में मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने बताया कि नसीर निवासी बेडपुर ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि उसका 19 वर्षीय पुत्र अनवर 6 सितंबर को लापता हो गया था उसके मोबाइल फोन से लापता युवक के बहनोई के पास कॉल आई थी जिसमें फोन करने वाले ने अनवर को छोड़ने के बदले 25 लाख की फिरौती की मांग की थी।

पुलिस ने मामले में तहरीर के आधार पर अपहरण कर फिरौती मांगने के मामले में मुकदमा दर्ज किया था। मामले में गठित की गई पुलिस टीम ने सीसीटीवी आदि खंगालते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। इस दौरान परिजनों पर फिर से फिरौती की कॉल आई। पुलिस में घेराबंदी कर दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया।

मुख्य आरोपी मृतक की दुकान में किरायेदार है और दर्जी का काम करता है इसके साथ ही एक पैर से दिव्यांग भी है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसे पैसों की जरूरत थी और उसे पता था कि दुकान स्वामी के पास अच्छी खासी संपत्ति है। उसने बताया कि उसने दुकान स्वामी के पुत्र अपहरण की योजना बनाई और उक्त युवक से दोस्ती बढ़ानी शुरू कर दी।

वहीं अपहरण के प्लान के लिए उसने लगातार दो महीने तक यूटृयूब पर क्राइम पेट्रोल देखा। जिसके बाद बनाई योजना के तहत उसने अनवर से ही नींद की गोलियां मंगवाई और फिर मौका देखकर 6 सितंबर को उसे चाय में गोलियां पिला दी। जब अनवर बेहोशी में आया तो दर्जी ने अपने एक साथी के साथ उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। क्योंकि उसे डर था कि अगर अनवर जीवित रहा तो वह फंस जायेगा। इसके बाद उसने शव को बोरी में भरकर उसे ठिकाने लगाने के लिए बाइक पर लेकर चल दिया।

बताया गया है रास्ते में बाइक पंचर होने पर अपने साथी को बुलाया। फिर दोनों ने ई रिक्शा का इंतजाम किया और शव को नहर में फेंक दिया। जिसके बाद आरोपियों ने उर्स मेला घूमा और फिर मृतक के फोन से ही फिरौती के लिए मृतक के जीजा को फोन किया। उस दिन फोन बंद करने के बाद अगले दिन आरोपियों ने फिर से फोन किया था।

वहीं मामले में दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की है। शव की तलाश नहर में की जा रही है। आरोपियों के नाम अमजद पुत्र सफीक निवासी मुकरबपुर, फरमान उर्फ लाल पुत्र यामीन निवासी मुस्तफाबाद थाना बहादराबाद बताए गए हैं।

पुलिस टीम में को रुड़की नरेंद्र पंत, थाना अध्यक्ष रविंद्र कुमार, वरिष्ठ उप निरीक्षक बबलू चौहान, उप निरीक्षक उमेश कुमार, पुष्कर सिंह चौहान, रामअवतार, हेड कांस्टेबल सोनू कुमार, जमशेद अली, रविंद्र बालियान, संजय सिंह, विक्रम सिंह, आबिद अली,जितेंद्र सिंह, और चालक नीरज राणा शामिल रहे। इसके साथ ही एसओजी टीम का भी वारदात को खुलासे में अहम योगदान रहा।