महाराज कहलाने लायक नहीं सतपाल महाराजः दसौनी
देहरादून। Does Maharaj not consider Shankaracharya as a Hindu? उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता और उत्तर प्रदेश की मीडिया प्रभारी गरिमा मेहरा दसौनी ने सतपाल महाराज के बयान पर पलटवार किया है। सतपाल महाराज की और से दिए गए बयान जिसमें उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान यह कहा कि गांधी परिवार को बाबर की मजार में जाना तो गवारा है, मगर राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में आना नहीं।
गरिमा ने महाराज के बयान पर पलटवार करते हुए कहा क्या सतपाल महाराज चारों पीठों के शंकराचार्यों और उन महामंडेलेश्वरों को भी हिंदू नहीं मानते जिन्होंने प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में जाने से मना कर दिया। दसौनी ने कहा कि राहुल गांधी विश्व प्रसिद्ध शिव भक्त हैं, दुनिया राहुल गांधी के शिव के प्रति आस्था और प्रेम से भली भांति अवगत है।
दसोनी ने यहां तक कहा कि शायद शिव शंकर के बारे में सतपाल महाराज को भी उतना ज्ञान ना हो जितना राहुल गांधी को है और प्रियंका गांधी तो पावन दिनों में निर्जला व्रत किया करती हैं। यह और बात है कि गांधी परिवार अपने देवी-देवताओं को वोट उगाही का साधन नहीं बनाते, वह अपनी धार्मिक मान्यताओं और आस्थाओं की आड़ लेकर जनता का भावनात्मक दोहन नहीं करते।
दसौनी ने कहा कि अगर सतपाल महाराज के बयान को देखा जाए तो मजारों पर जाने वाले व्यक्ति को वह हिंदू नहीं मानते ऐसे में क्या देश और दुनिया के जो करोड़ों हिंदू ताजमहल देखने जाते हैं जो की बेगम मुमताज की मजार है और जो शाहजहां ने अपनी बेगम की याद में बनाई थी। दसौनी ने कहा की क्या सतपाल महाराज हिम्मत दिखा कर हिंदुओं को ताजमहल जाने से मना करेंगे? दसौनी ने यह भी पूछा कि सतपाल महाराज क्या कभी ताजमहल नहीं गए।