पूर्व सीएम ने छात्रसंघ चुनाव व निकाय चुनाव को लेकर प्रदेश सरकार को घेरा
रुड़की। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश में महंगाई चरम सीमा पर है और विभिन्न मुद्दों पर सरकार पूरी तरह से फेल है। जबकि कांग्रेस एक मजबूत विपक्ष के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रही है। उन्होंने कहा सरकार चुनावों से पीछे भागती नजर आ रही है चाहें छात्र संघ चुनाव हो या निकाय चुनाव। सरकार अपनी हठधर्मिता पर उतारू है।
रामनगर चौक स्थित होटल में बातचीत करते हुए पत्रकारों को दीपावली की शुभकामनाएं दी और पहाड़ी एवं देसी व्यंजनों का उन्हें स्वाद चखाया। साथ ही कहा कि रुड़की में सोलानी नदी का पुल और मंगलौर गंगनहर पर बना पुल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। आज तक इन पुलों की मरम्मत का कोई कार्य शुरू नहीं हुआ जिससे आम जनता परेशान है।
उन्होंने इकबालपुर शुगर मिल पर बकाया 110 करोड रुपए का भुगतान न होने और मिल के चलने के आसार नहीं हैं और कहा कि किसानों के हित में मिल को जल्दी से जल्दी चलाया जाना चाहिए। उन्होंने स्मार्ट मीटर को उपभोक्ताओं के साथ ठगी बताया और कहा कि सरकार पानी को भी प्राइवेट सेक्टर को दे रही है बिजली को भी प्राइवेट सेक्टर दे रही है और पूरी तरह से व्यवस्थाएं चरमरा रही हैं।
उन्होंने दीपावली के शुभ अवसर पर पत्रकारों से कहा कि रुड़की की जन समस्याओं के लिए ही नहीं वह प्रदेश भर की जन समस्याओं के लिए सजग है। जिस तरह से बद्रीनाथ धाम और मंगलोर का उपचुनाव कांग्रेस ने जीता है इस तरह से केदारनाथ में भी कांग्रेस की जीत सुनिश्चित है। निकाय चुनाव और छात्र संघ चुनाव के बारे में रावत ने कहा कि सरकार इस मामले में हठधर्मिता अपनाए हुए है और चुनाव से पीछे भाग रही है।
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता श्री गोपाल नारसन के संयोजन में आयोजित पत्रकार वार्ता में भगवानपुर विधायक ममता राकेश , झबरेड़ा विधायक वीरेंद्र जाती , वीरेंद्र रावत, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी, पूर्व सांसद ईसम सिंह, पूर्व सांसद राजेंद्र बाड़ी, डॉ संजय पालीवाल, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी पूर्व मेयर यशपाल राणा, ओबीसी विभाग के प्रदेश अध्यक्ष डॉ गौरव चौधरी, पूर्व अध्यक्ष कलीम खान जितेंद्र पंवार, सुरेंद्र कुमार सैनी, डॉ श्याम सिंह नाग्यान, सुधीर शांडिल्य, राव शेर मोहम्मद, अनिल पुंडीर एडवोकेट, संतोष चौहान, राजवीर सिंह, संजय सैनी, सुभाष सैनी, राजकुमार सैनी, पंकज सैनी, नीरज अग्रवाल आदि मौजूद रहे।