जरूरत पड़ेगी तो मैं कब्र से भी बाहर निकल कर आऊंगा : हरीश रावत

I'll even come out of my grave if need be
पूर्व सीएम हरीश रावत।

I’ll even come out of my grave if need be

हरिद्वार। I’ll even come out of my grave if need be पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत उस समय कुछ अलग ही अंदाज में नजर आए जब उनसे एक पत्रकार द्वारा यह पूछा गया कि क्या हरिद्वार में उनकी सक्रियता आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियां है। तो उन्होंने बड़े ही बेबाक अंदाज में कहा कि मैं दांवबाज हूं समय आने दीजिए पता चल जाएगा कौन सा दांव लगाता हूं।

पूर्व मुख्यमंत्री यहां धनपुरा में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी तलवार और गदा निकाल कर रख दी है और जब समय आएगा तथा जरूरत पड़ेगी तो मैं कब्र से भी बाहर निकल कर आऊंगा।

उन्होंने कहा कि मैं चुनाव लड़ूंगा या नहीं यह तो कांग्रेस हाईकमान को ही तय करना है कि कौन चुनाव लड़ेगा। लेकिन मैं दांव बाज हूं किस समय कौन सा दांव लगाना है यह समय आने पर सबको पता चल जाएगा।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस द्वारा इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा निकाली जा रही है हरिद्वार में पूर्व सीएम हरीश रावत ने भारत छोड़ो हरिद्वार जिंदाबाद यात्रा का आयोजन किया था। उनकी इस यात्रा से माना जा रहा है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में हरिद्वार सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।

हरीश रावत ने हार नहीं मानी है

उनकी पुत्री अनुपमा रावत हरिद्वार ग्रामीण से विधायक है तथा अभी उनके द्वारा हरिद्वार के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न को लेकर थाने में धरना प्रदर्शन भी किया गया था।

भले ही बीते समय में कांग्रेस और वह खुद चुनाव में बुरी तरह से हार चुके हो लेकिन हरीश रावत ने हार नहीं मानी है और अभी चुनावी मैदान में भाजपा से दो-दो हाथ करने को तैयार हैं। उनके द्वारा आज दिए गए बयान में भले ही कुछ साफ-साफ न कहा गया हो लेकिन लगता यही है कि वह हार के बाद अपनी राजनीतिक पाली को समाप्त नहीं करना चाहते हैं।

उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा बांटने की राजनीति कर रही है। समाज में अलगाव और टकराव बढ़ रहा है। युवाओं और किसानों को झूठे सपने दिखा कर उनके साथ धोखा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भ्रष्टाचार और खराब कानून व्यवस्था ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।