कोहिनूर आर्ट ज्वैलर्स : 25 वर्षो का सफर…

कोहिनूर आर्ट ज्वैलर्स : 25 वर्षो का सफर…

देहरादून| Kohinoor Art Jewellers कोहिनूर आर्ट ज्वैलर्स कहते हैं की सफलता उन्ही को मिलती है जो अपने लक्ष्य को पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और उनको विश्वास होता है के एक दिन वो अपने लक्ष्य तक पहुंचेंगे, उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में काम करने आये एक कारीगर ने भी ऐसा ही लक्ष्य तय किया। ज्वैलरी की कारीगरी से शुरुआत कर ज्वैलरी शोरूम तक का सफर तय किया।

दस साल से भी अधिक समय तक उस कारीगर ने अपनी कारीगरी और बेहतरीन रचनाओं से अनगिनत लोगो के जीवन को सुशोभित किया है। वेतन पर काम करने वाले उस शख्स ने अपने जीवन और व्ययापार को सफलता तक पहुंचाने के लिए दिन रात मेहनत की और कुछ सालों बाद उसने तय किया के वो अब एक आत्मनिर्भर व्यक्ति बनेगा और इसी सोच ने उनको आगे बढ़ने के लिए स्वयंम प्रेरित किया।

फिर शुरू हुआ एक ऐसा सफर जो जुनून, समर्पण और पूर्णता की खोज से भरा था। शेख इक़बाल हुसैन वही कारीगर हैं जिन्होंने एक छोटी सी दुकान में ज़मीन पर बैठ कर अपने काम की शुरुआत की और अपनी मेहनत, ईमानदारी और विनर्म व्यवहार की वजह से शेख इक़बाल का नाम लोगो में एक लोकप्रिय कारोबारी और एक अच्छे इंसान के रूप में होने लगा।

शेख इक़बाल हुसैन का ये सफर 1989 में ज़ेवरात के कारीगर के रूप में शुरू हुआ और एक दशक बाद कोहिनूर आर्ट ज्वैलर्स ( Kohinoor Art Jewellers ) की स्थापना 1998 में माजरा, देहरादून में की गई। शेख इक़बाल एक कुशल जौहरी और महत्वाकांक्षी कारीगर थे और आज भी हैं, जिनके पास ऐसे गहने बनाने का सपना था जो न केवल सुंदरता को दर्शाते हों बल्कि मानवीय भावनाओं के सार को भी दर्शाते हों। एक छोटी सी कार्यशाला में शेख इक़बाल की शुरुआत ने उन्हें विभिन्न धातुओं, रत्नों और डिजाइन की तकनीकों के साथ प्रयोग करने का अवसर दिया और फिर कई अन्य कार्यशालाओं में उन्हें काम करने का मौक़ा मिला।

शुरुआती दौर में शेख इक़बाल का काम व्यापक रूप से ज्ञात नहीं था, लेकिन उन्होंने अपनी कला को अथक रूप से निखारा और असाधारण गुणवत्ता के लिए आभूषण की मंडी में अपनी बेहतरीन प्रतिष्ठा बनाई। उनके अभिनव डिजाइनों ने समझदार ग्राहकों का ध्यान आकर्षित करना शुरू किया, और जैसे-जैसे साल बीतते गए, शेख इक़बाल के कोहिनूर आर्ट ज्वैलर्स की लोकप्रियता बढ़ती गई और फिर अपने व्ययापार को और आगे बढ़ाने के लिए वह कुशल कारीगरों की एक टीम को नियुक्त करने में लग गए। इस काम में उनके तीन भाई भी उनके साथ जुड़ गए। वो कहते है ना जहां एकता है वहां हमेशा जीत होती है।

शेख इक़बाल के लिए महत्वपूर्ण मोड़ 2010 के दशक में आया जब शेख इक़बाल ने अपनी छोटी सी दूकान को एक शोरूम में बदलने की सोची और तभी उन्होंने अपनी कठिन मेहनत और द्रढ़ निश्चय से कोहिनूर को एक नई उड़न दी और कोहिनूर आर्ट ज्वैलर्स का नाम और प्रतिष्ठा शहर की सीमाओं से परे फैलने लगा और जल्द ही गढवाल और कुमाऊँ जैसे इलाक़ो से भी लोग आने लगे।

शेख इक़बाल के नेतृत्व में, उनके तीन भाइयों ने परंपरा को नवीनता के साथ सफलतापूर्वक मिश्रित किया, और उनके आभूषण अपनी शाश्वत सुंदरता और समकालीन संवेदनशीलता के लिए प्रसिद्ध होने लगे। आधुनिकीकरण के चलते उन्होने अपने ज़ेवरात को हॉलमार्क के उपयोग के साथ तालमेल बिठाया, जिससे उनके ज़ेवरात ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की।

2022 में, शेख इक़बाल ने ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग को अपनाया, इसीलिए आज कोहिनूर आर्ट ज्वैलर्स आभूषणों के प्रति उत्कृष्टता और स्थायी जुनून के प्रतीक के रूप में खड़ा है। दो दशक से अधिक के समृद्ध इतिहास के साथ, यह नवीनता, परंपरा और पूर्णता की अटूट खोज की कहानी है।

कोहिनूर आर्ट ज्वेलर्स की विरासत लगातार फल-फूल रही है, ऐसे आभूषण बनाए जा रहे हैं जो इसे पहनने वालों के क्षणों, भावनाओं और यादों को समाहित करते हैं, और कारीगरों की नई पीढ़ियों को इस सफल आभूषण स्टोर की मशाल को भविष्य में ले जाने के लिए प्रेरित करते हैं। इस बढ़ती हुई सफलता के पीछे आभूषणों की गुणवक्ता ही नहीं बल्कि शेख इक़बाल के व्यवहार और ईमानदारी भी शामिल हैं जिसने उन्हें सफल इंसान और सफल व्यापारी बनाया।