- सर्वाेच्च न्यायालय के निर्देश पर सरकारी धन से बन रहा मन्दिरः रौतेला
- पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव के निर्देश पर खोले गये थे रामलला के बन्द ताले
देहरादून। Mahila Congress organized Sundarkand lesson प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश महिला कांग्रेस की और से अयोध्या मेें राम की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर सुन्दरकाण्ड पाठ व भण्डारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बढ़चढ़कर कार्यक्रम में भागीदारी की। इसके अलावा प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी महिला कांग्रेस ने इस सुन्दकाण्ड पाठ का आयोजन किये।
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि रामजन्म भूमि के लिए चारों पीठों के शंकराचार्यों के नेतृत्व में सन्त समाज ने लम्बे समय तक लड़ाई लडी, इस लडाई को संतों ने अपना अपर्ण कर जन मानस को साथ लेकर जमीनी स्तर पर और न्यापालिका के स्तर पर भी लड़ा गया और अन्त में सर्वाेच्च न्यायालय के निर्देश पर सरकारी धन से रामलला को मन्दिर बन रहा है।
उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में आजादी के पूर्व व बाद से ही संघर्ष की एक लम्बी कहानंी है 22-23 दिसम्बर 1949 की मध्य रात्रि को ही पूर्व प्रधानमंत्री स्व. पंडित जवाहर लाल नेहरू के समय वहां पर भगवान रामलला विराजमान हो गये थे और 1950 में सर्वाेच्य न्यायालय में सरकार ने हल्फनामा दाखिल कर कहा कि वहां पर रामलला विराजमान है और इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के निर्देश पर रामलला के बन्द ताले को खोलने का काम किया और उन्हीे के निर्देश पर वहां पर रामलला की पूजा अर्चना प्रारम्भ हुई।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह, हीरा सिंह बिष्ट, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी, महामंत्री विजय सारस्वत, महिला कांग्रेस की प्रभारी परविन्दर कौर, मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी, गोदावरी थापली, अमरजीती सिंह, महानगर अध्यक्ष उर्मिला थापा, अलका पाल, शिवनी थपलियाल, निधि नेगी, माल्ती देवी, अनुराधा तिवाडी, पुष्पा पंवार, मीना रावत, मीना बिष्ट, परणिता बडौनी, शुशीला शर्मा, प्रतिमा सिंह, अनिता निराला, रेखा ढ़िगरा, गायत्री चौहान, संगीता साधन, पिया थापा आदि उपस्थित थे।