देहरादून। नर्सिंग बेरोज़गार युवतियों के साथ कथित अभद्रता और थप्पड़ मारने की घटना के विरोध में महिला कांग्रेस और नर्सिंग अभ्यर्थियों ने पुलिस मुख्यालय का घेराव किया। इस दौरान पुलिस के उनकी तीखी नोंकझोंक हो गई। और वहां बैठकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे।
महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में मंगलवार को बड़ी संख्या में कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता और बेरोज़गार नर्सिंग अधिकारी कांग्रेस मुख्यालय में एकत्रित हुए। नर्सिंग अभ्यर्थियों के साथ हुई कथित अभद्रता और लंबित मांगों के विरोध में कांग्रेस मुख्यालय से मार्च निकालकर पुलिस मुख्यालय की ओर जैसे ही पहुंचे तो पुलिस ने पहले ही बेरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया।
अचानक रोकने पर महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नर्सिंग अधिकारियों की पुलिस से तीखी नोकझोंक और धक्का-मुक्की हो गई। प्रदर्शनकारियों ने मौके पर ही बैठकर धरना शुरू कर दिया और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। कुछ कार्यकर्ता बैरिकेडिंग पर चढ़ गए और वहीं उत्तराखंड सरकार का पुतला दहन किया। स्थिति बिगड़ते देख पुलिस ने बड़ी संख्या में मौजूद नर्सिंग बेरोज़गार अधिकारी और महिला कांग्रेसी को हिरासत में लेकर एकता विहार में छोड़ा।
महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने आरोप लगाया कि रोजगार मांग रही बेटियों के साथ पुलिस की अभद्रता सरकार की असंवेदनशीलता को उजागर करती है। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्वक अपनी मांगें रखने वाली युवतियों पर दमन लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत है।
कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन को दबाने की कोशिश लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। उन्होंने महिला अभ्यर्थियों के साथ अभद्रता करने वाले पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
मंच के प्रदेश अध्यक्ष नवल पुंडीर ने कहा कि इससे पहले 5 दिसंबर को भी अभ्यर्थियों को परेड ग्राउंड से जबरन हटाकर एकता विहार ले जाया गया था। उन्होंने कहा कि हमारी कोई अवैध मांग नहीं है। हमें वही अधिकार और वरिष्ठता चाहिए जो हमारे सीनियरों को मिली है। सरकार चाहे जितना दबाव बनाए, संघर्ष जारी रहेगा।
नर्सिंग अभ्यर्थी सपना राठौर ने महिला पुलिसकर्मी पर थप्पड़ मारने और जबरन गाड़ी में बैठाने का गंभीर आरोप लगाया। उनका कहना है कि हाल ही में उनकी सर्जरी हुई है, इसके बावजूद पुलिस ने कोई संवेदनशीलता नहीं दिखाई। सपना ने कहा, वर्दी सम्मान की प्रतीक है, लेकिन पुलिस ने हमारे सम्मान को ठेस पहुंचाई। हम सरकार से लड़ना नहीं चाहते, सिर्फ अपना हक मांग रहे हैं।
इस प्रदर्शन में महिला कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल, महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष उर्मिला थापा, प्रदेश महासचिव निधि नेगी, सुशीला शर्मा, पुष्पा पवार, अनुराधा तिवारी, ब्लॉक अध्यक्ष अनीता सकलानी, सचिव रेखा ढींगरा, सेवादल से सावित्री थापा, मंजू, अनुराधा, सविता सोनकर, सूरज छेत्री, अभय कंतूरा, आयुष सेमवाल, नवल पुंडीर, सपना, मधु उनियाल आदि शामिल थे।
कांग्रेस ने उठाई ये प्रमुख मांगें
- दोषी पुलिसकर्मियों पर तत्काल कठोर कार्रवाई हो।
- घटना की उच्च स्तरीय एवं निष्पक्ष जांच कराई जाए।
- नर्सिंग के लंबित रिक्त पदों पर पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए।
नर्सिंग अभ्यर्थियों की मुख्य मांगें
- वर्तमान नर्सिंग भर्ती विज्ञप्ति को तत्काल निरस्त किया जाए और भर्ती पोर्टल बंद किया जाए।
- भर्ती प्रक्रिया को पूर्व की भाँति वर्षवार (Year-wise) लागू किया जाए।
- IPHS मानकों के अनुसार 2500 से अधिक नई भर्तियों की विज्ञप्ति जारी की जाए।
- भर्ती में उत्तराखंड मूल निवासियों को प्राथमिकता दी जाए तथा बाहरी राज्यों के लिए अलग प्रक्रिया हो।
- आयु-सीमा पार कर चुके योग्य अभ्यर्थियों को विशेष आयु-छूट दी जाए।



