विधायक उमेश कुमार के समर्थकों पर पुलिस का लाठीचार्ज

विधायक उमेश कुमार के समर्थकों पर पुलिस का लाठीचार्ज Police lathicharge on people of all communities

हरिद्वार। Police lathicharge on people of all communities कुंवर प्रणव चैंपियन और विधायक उमेश कुमार विवाद रोज नया मोड़ ले रहा है। 29 जनवरी को महापंचायत रद्द होने के बावजूद बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के लोग चैंपियन के लंढौरा रंगमहल में पहुंच गए थे। शुक्रवार को उमेश कुमार के आह्वान पर सर्वसमाज के उनके समर्थक मीटिंग करने के लिए इकट्ठा हो गए।

हालांकि डोईवाला पुलिस ने मीटिंग में शामिल होने निकले निर्दलीय विधायक उमेश कुमार को हिरासत में ले लिया। वहीं उमेश कुमार के समर्थन में मीटिंग करने आए सर्वसमाज के लोगों पर पुलिस ने लाठी फटकारी है। उधर कुछ वीडियो सामने आए हैं जिसमें कुछ लोग पथराव करते दिख रहे हैं। पुलिस उन्हें रोकने का प्रयास कर रही है। पुलिस जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि पथराव करने वाले लोग कौन हैं।

जेल में बंद कुंवर प्रणव चैंपियन ने गुर्जर समाज की महापंचायत बुलाए जाने के बाद उमेश कुमार ने भी शुक्रवार को ब्राह्मण समाज की बैठक बुलाई थी। हालांकि बाद में चैंपियन की तरह ही उमेश कुमार ने भी बैठक को रद्द कर दिया था। लेकिन तबतक उमेश कुमार के समर्थन में बड़ी संख्या में लोग लक्सर पहुंच गए। इधर उमेश कुमार भी मीटिंग में शामिल होने निकले तो डोईवाला पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

जब उमेश कुमार के समर्थकों को ये पता चला तो उन्होंने विधायक के कार्यालय पहुंचकर बैठक में शामिल होने की कोशिश की। पुलिस प्रशासन चैंपियन के समर्थन में आए गुर्जर समाज के लोगों की भीड़ से जूझ चुका था। तब भीड़ ने पुलिस बैरिकेड तोड़ दिया था। इसलिए आज उनकी पहले से ही तैयारी थी। खानपुर बॉर्डर, बालावाली बॉर्डर और रुड़की तिराहा, बालावाली तिराहा पर पुलिस ने बैरिकेड लगा दिए थे।

इसके बावजूद भी जब उमेश कुमार के समर्थक लक्सर पहुंच गए तो पुलिस ने लाठी फटकार कर उन्हें पीछे भगाया। हालांकि लोग शाम तक वहीं डटे रहे। पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास कर रही थी। लोग उमेश कुमार को उनके पास बुलाने की जिद पर अड़े थे। उधर दूसरी तरफ निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के कार्यालय के बाहर पुलिस और पीएसी तैनात रही। किसी के भी अंदर जाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहा। हर आने-जाने वाले से सख्ती से पूछताछ की जा रही थी।

मौके पर भीड़ इकट्ठा न हो इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात रहा। आवागमन के रास्तों पर बैरिकेड के साथ ही ट्रक और डंपर खड़े करने की सूचना भी मिल रही थी जिससे कोई वाहन आर-पार न जा पाए। शहर में बाहर से आए लोग भी जाम के कारण परेशान रहे। लोगों को रुड़की तिराहे पर रोका गया। उमेश कुमार के समर्थकों की इस भीड़ से चैंपियन और उमेश विवाद में नया मोड़ आ गया और इसने पुलिस की मुश्किल भी बढ़ा दी हैं।