- सनातन वह जिस का कभी अंत न होः महेंद्र भटट
- ऐसे आयोजन समाज को जोड़ने के लिए अत्यन्त आवश्यकः बंसल
- सुभारती में हुआ सनातनी धम्मायोजन
देहरादून। Sanatan is eternal and immutable गौतम बुद्ध चिकित्सा महाविद्यालय और डॉ. केकेबीएम सुभारती अस्पताल में सनातन संगम न्यास के संयुक्त तत्वावधान से सनातनी धम्मयोजन की ज्योति प्रज्जवलित की गई। मुख्य अतिथि के रुप में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भटट् व विशिष्ट अतिथि के रुप मे सांसद राज्यसभा व भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष नरेश बंसल रहे, जिन्होनें कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देश दीपक, अस्पताल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष डॉ. अनिल मोंगिया, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राहुल शुक्ला, उप-चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रविन्द्र सिंह असवाल व सहायक चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिपिका भयाना ने अतिथियों का स्वागत किया गया। इस मौके पर प्रचार-प्रसार व जनसंपर्क प्रमुख डॉ. प्रशान्त कुमार भटनागर और सहायक निदेशक अमित जोशी ने धार्मिक अतिथियों का शॉल ओढाकर उनका अभिनंदन व सतकार किया।
विशेष कार्याधिकारी बलवंत सिंह बोहरा, उप-प्रधानाचार्या डॉ. रूपा हंसपाल, सहायक परियोजना निदेशक डॉ. लोकेश त्यागी ने मुख्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया। सनातन संगम न्यास व सुभारती ग्रुप के संस्थापक डॉ. अतुल कृष्ण ने सनातन संगम का विस्तृत परिचय दिया। उन्होंने बताया कि सनातन का अर्थ है ‘वह जो चिरकाल से है, जो शाश्वत है जो अपरिवर्तनीय है’ जब इस शब्द का प्रयोग किसी दर्शन के संबंध में किया जाता है तो इसका अर्थ उन सिद्धांतों से होता है जो किसी व्यक्ति के द्वारा नहीं बनाए गए एवं स्वयं प्रकृति ने उन्हें मानव को उसके धर्म स्वरूप दिए हैं।
मुख्य अतिथि महेंद्र भटट् ने कहा कि सनातन बहुत व्यापक विषय है उनके अनुसार जो कभी अंत न हो वो सनातन है। नरेश बंसल ने सुभारती ग्रुप की इस अनुठी पहल की सराहना करते हुए कहा की आज के युग में ऐसे आयोजन समाज को जोड़ने के लिए अत्यन्त आवश्यक हैं। इस मौके पर विवेक कुमार, रास बिहारी बोस सुभारती विवि के कुलाधिपति यशवर्धन, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री विनय रोहिल्ला, झाझरा की ग्राम प्रधान पिंकी देवी, किसान मोर्चा के ग्रामीण जिलाध्यक्ष मीता सिंह, विवि के कुलपति डॉ. राजेश मिश्रा, सुभारती विवि के प्रति-कुलपति डॉ. डीबी रॉय, डॉ. रविन्द्र प्रताप सिंह यादव, डॉ. रितेश श्रीवास्तव, लालजी अस्थाना, विकेन्द्र सिंह कठैत, जितेन्द्र त्यागी, हरीश शर्मा, रवि मित्तल, राजदीप, रविकान्त, पंकज जोशी, संदीप, प्रवेश, शिवांशु, अजय, रविन्द्र, कृष्णा, विपुल, सन्नी, सतीश, अंशुल व सचिन और एमबीबीएस छात्र-छात्राओं आदि का योगदान रहा।