25 प्रस्ताव किये पास, स्थाई राजधानी गैरसैंण बनाने की मांग
देहरादून। चुनावी साल के आगाज़ से पहले ही उत्तराखंड क्रांति दल ने संगठन को एकजुट करने और चुनावी समर में मजबूति के साथ उतरने के संकेत दिये है। गुरुवार को कुआंवाला में आयोजित उत्तराखंड क्रांति दल के एक दिवसीय विशेष अधिवेशन में जहा केंद्रीय अध्यक्ष की कमान सुरेंद्र कुकरेती को सौंपी गई, वहीं, स्थाई राजधानी गैरसैंण बनाने की मांग सहित 25 प्रस्ताव पास कर जनता की नब्ज़ टटोलने की कोशिश की है।
काशी सिंह ने कहा कि राज्य आंदोलनकारी के रूप में मजबूत स्तंभ सुरेंद्र कुकरेती निश्चित तौर पर उत्तराखंड क्रांति दल को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। नवनिर्वाचित अध्यक्ष कुकरेती ने कहा कि दल की और से जो अहम जिम्मेदारी मुझे दी गई है मैं उन पर खरा उतारूंगा।
अधिवेशन में स्थाई राजधानी गैरसैंण को बनाने, सशक्त भू-कानून लागू करने, मूल निवास 1950 लागू करने, प्रत्येक ब्लॉक में एक निःशुल्क बोर्डिंग स्कूल बनाने, स्वास्थ्य सेवा बेहतर करने, 300 यूनिट की बिजली मुफ्त प्रदान करने, किसानों को मुफ्त सिंचाई की व्यवस्था प्रदान करने, बड़े बांधों का विरोध, जंगली जानवरों के आतंक से निजात, प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति को रोजगार|
पर्यटन विकास व समस्त सीमांत क्षेत्रों को धारचूला से यमुनोत्री तक जोड़ने के लिए सड़क निर्माण कराने, प्रदेश में पीपीपी मोड में चल रहे अस्पतालों की व्यवस्था तुरंत समाप्त करने, आउट सोर्सिंग व्यवस्था समाप्त करने, बाहर से आने वालों पर ग्रीन टैक्स लगाने, सौर ऊर्जा को प्रोत्साहित करने, पहाड को ध्यान में रखते हुए ऊन उद्योग को विकसित करने, रिंगाल/बांस को प्रोत्साहन करने, सभी व्यापक घोटालो की जांच सार्वजनिक करने, मूल निवासियों को राष्ट्रीय स्तर पर नौकरियों में विशेष आरक्षण प्रदान करने।
पर्वतीय क्षेत्र में चिकित्सा एवं व्यवसायिक संस्थानों को स्थापित करने, प्रदेश में डिग्री व डिप्लोमा युवकों जैसें सीपीएड, वीपीएड, डीपीएड, योग प्रषिक्षक, वीएड, और फार्मेसिस्ट आदि को शीघ्र नियुक्ति प्रदान करने, चकबंदी व्यवस्था लागू करने व ब्लॉक प्रमुखों एवं जिला पंचायत अध्यक्षों का चुनाव प्रत्यक्ष मतदान से कराये जाने को प्रस्ताव पास किये गये।
अधिवेशन में बहादुर सिंह रावत, महानगर अध्यक्ष प्रवीण रमोला, केंद्रीय महामंत्री किरन रावत, बृजमोहन सजवान, विजय बोड़ाई, सुशील उनियाल, नारायण सिंह जनतवाल, पुष्पेंद्र त्रिपाठी, खड़क सिंह बगड़वाल, विजय ध्यानी, जयप्रकाश, शांति प्रसाद, पंकज व्यास, राजेंद्र बिष्ट, रेखा मियां, प्रमिला रावत, शकुंतला रावत, राजेश्वरी रावत, गणेश कला, मनोज कंडवाल, अतुल बेंजवाल, जितेंद्र पवार, संगीता बहुगुणा, रमा चौहान, आशा शर्मा, डीडी शर्मा, सलीम अहमद, देवेंद्र चमोली, आशुतोष नेगी, आशीष नेगी, आशुतोष भंडारी, अनूप बिष्ट, प्रेम पडियार, मुकेश कुंद्रा, जितेंद्र कुमार, दीपक भाकुनी, खेमानंद सती, पवन बिजलवान, केंद्रपाल, धर्मेंद्र गोसाई, राजीव नौटियाल व डॉ आशीष आदि उपस्थित रहे।




