मतदाता सूचियों में व्यापक स्तर धांधली का लगाया आरोप
देहरादून। संयुक्त विपक्षी दलों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने शनिवार को राज्य चुनाव आयुक्त सुशील कुमार से भेंटकर उन्हें चुनाव में सत्ता पक्ष की और से व्यापक स्तर से की गई धांधली व मतदाताओं के नाम सूचियों से गायब करने कि शिकायत कि। ज्ञापन देकर अपेक्षा की संयुक्त विपक्ष द्वारा उठाये गये मुद्दों पर कार्यवाही करेंगे।
ज्ञापन में कहा कि भारी शिकायतों व त्रुटिपूर्ण चुनाव प्रक्रिया के बीच राज्यभर में मतगणना हो रही है। राज्यभर में लाखों मतदाताओं को अव्यस्थाओं के चलते अपने मताधिकार से वंचित होना पड़ा है। पहली बार चुनाव में इतनी गड़बडी देखने को मिली, सत्तापक्ष की और से खुलकर न केवल आचार संहिता का उल्लंघन किया बल्कि चुनाव प्रक्रिया में लगे चुनाव अधिकारियों व कर्मचारियों को धमकाने का कार्य किया इसमें सरकार एवं भाजपा के विधायक सीधे तौर शामिल रहे। कई मतदान केन्द्रों से विपक्षी प्रत्याशियों एवं उनके एजेन्टों को बाहर किया गया ताकि जाली वोट डाले जा सकें।
पहली बार देखा गया कि जिम्मेदार चुनाव अधिकारियों ने फोन तक एटेण्ड नहीं किये। संयुक्त विपक्ष की और से पूर्व में भी आपसे भेंटकर उक्त आशंका जताते हुऐ निष्पक्ष चुनाव करवाने का अनुरोध किया था, मगर आपके निर्देशों के बावजूद शान्तिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव करवाने में सफल नहीं रहे। कुल मिलाकर इस चुनाव में निष्पक्षता का भारी अभाव रहा है, सत्ता पक्ष के भारी हस्तक्षेप एवं मतदाता सूचियों से लाखों लोगों के नाम नदारद तथा त्रुटिपूर्ण मतदाता सूची ने मतदाताओं को मतदान में भाग लेने से रोका।
प्रतिनिधिमण्डल सीपीआईएम के सचिव अनन्त आकाश, सीआईटीयू जिला महामंत्री पूर्व छात्र संघ लेखराज, बसपा के जिलाध्यक्ष दिग्विजय सिंह, पीएसएम के विजय भट्ट, उत्तराखण्ड पीपुल्स फोरम के अध्यक्ष जयकृत कण्डवाल, यूकेडी के केन्द्रीय महामंत्री लताफ़त हुसैन, आजाद समाज पार्टी के उपाध्यक्ष उमेंशकुमार, कांग्रेस शंकर चन्द्र रमोला, सिपीआई के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य समर भण्डारी, एआईएलयू के अभिषेक भण्डारी व हरिश कुमार आदि लोग शामिल थे।