देहरादून। करोडों रूपये की ठगी के मामले में फरार भगोडे जगदीश पुनेठा को सीबीआई व उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा संयुक्त अरब अमीरात से गिरफ्तार कर वापस लाया गया। अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था वी. मुरूगेशन ने जानकारी देते हुए बताया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने विदेश मंत्रालय तथा गृह मंत्रालय के सहयोग से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से उत्तराखंड के वांछित भगोड़े जगदीश पुनेठा की वापसी का सफल समन्वय किया।
भगोड़ा 13 नवम्बर 2025 को भारत वापस लाया गया। रेड कार्नर नोटिस के विषय में बताया कि जगदीश पुनेठा के खिलाफ उत्तराखंड पुलिस द्वारा थाना पिथौरागढ़ में करोडों रूपये की ठगी, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के मुकदमें दर्ज हैं। यूएई भाग जाने के बाद सीबीआई और यूएई प्राधिकारियों के संयुक्त प्रयासों से उसे चिन्हित कर हिरासत में लिया गया।
इससे पहले, उत्तराखंड पुलिस के अनुरोध पर सीबीआई ने 6 मई 2025 को इंटरपोल के माध्यम से जगदीश पुनेठा के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करवाने की कार्रवाई की थी। इसके उपरांत उत्तराखंड पुलिस की एक टीम उसे भारत लाने हेतु यूएई गई और उसे लेकर नई दिल्ली पहुंची। इंटरपोल रेड कार्नर नोटिस सभी देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को वैश्विक स्तर पर प्रसारित किए जाते हैं, ताकि वांछित भगोड़ों का पता लगाने और उनका लोकेशन ट्रैक करने में सहायता मिल सके।
भारत में राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो (एनसीबी) के रूप में, सीबीआई भारतपोल के माध्यम से सभी घरेलू कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वय करते हुए इंटरपोल चौनलों द्वारा सहायता प्रदान करती है। पिछले कुछ वर्षों में इंटरपोल चौनल के माध्यम से समन्वित प्रयासों के जरिए 150 से अधिक वांछित अपराधियों को भारत वापस लाया गया है।




