कांग्रेस ने किया हाथ से हाथ जोड़ो अभियान का लोगो जारी

Congress released the logo of join hands campaign

Congress released the logo of join hands campaign

देहरादून। Congress released the logo of join hands campaign राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव में प्रवेश करने जा रही है|आने वली तीस जनवरी को कश्मीर कश्मीर के श्रीनगर में तिरंगा फैराने के बाद भारत जोड़ो यात्रा के समापन का उद्घोष हो जायेगा|

वहीं अपने अभियान को जारी रखने को लेकर कांग्रेस ने हाथ से हाथ जोड़ो अभियान का लोगो जारी कर दिया है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ एक चार्जशीट भी जारी की है, जिसमें केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना की गई है।

राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी देशभर में भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है। जिसका तीस जनवरी को समापन हो जाएगा, परन्तु कांग्रेस यहीं नहीं रुकने वाली है शनिवार को दिल्ली के पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भारत जोड़ो यात्रा के बाद देशभर में ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ अभियान की शुरुआत करते हुए इसका लोगो भी जारी कर दिया है।

हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरुआत 26 जनवरी से होगी। इस अभियान के तहत पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से बात करेंगे और भारत जोड़ो यात्रा के संदेश को लोगों तक पहुंचाएंगे।

लोग मोदी सरकार से परेशान हैं

केसी वेणुगोपाल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि 130 दिनों की ऐतिहासिक यात्रा के दौरान हमने बड़ी संख्या में देश के लोगों से वार्ता की। राहुल गांधी ने भी यात्रा के दौरान कई लोगों से बात की। इतने लोगों से बातचीत के बाद हम समझ सकते हैं कि लोग मोदी सरकार से परेशान हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा कि आज हमने मोदी सरकार के खिलाफ एक चार्जशीट भी जारी की है। साथ ही राज्यों की प्रदेश कांग्रेस कमेटी भी अपनी-अपनी राज्य सरकारों के खिलाफ भी चार्जशीट बनाएंगी। हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी अपने अपने क्षेत्र के मतदाताओं के घर जाएंगे और उन्हें कांग्रेस की विचारधारा के बारे में बताएंगे।

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जो संदेश दिया गया, उस संदेश को घर-घर पहुंचाया जाएगा। इस दौरान राहुल गांधी का एक पत्र लोगों को सौंपा जाएगा। साथ ही केंद्र सरकार की खामियां बताने वाली एक चार्जशीट भी बांटी जाएगी। इस अभियान के तहत कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य 26 जनवरी से लेकर 26 मार्च तक देश की ढाई लाख ग्राम पंचायतों, 6 लाख गांवों तक पहुंचने का है।