महाराष्ट्र व झारखंड में चुनाव की घोषणा

Elections announced in Maharashtra and Jharkhand

नई दिल्ली। हरियाणा और जम्मू कश्मीर में विधानसभा के चुनाव सम्पन होते ही अब चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव सहित कई राज्यों में होने वाले उपचुनावों की तारीखों की घोषणा कर दी है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दोनों राज्यों में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की। महाराष्ट्र में सभी 288 सीटों पर एक चरण में 20 नवंबर को और झारखंड विधानसभा की 81 सीटों पर दो चरणों में 13 नवंबर और 20 नवंबर को मतदान होगा, महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को और झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी, 2025 को समाप्त होगा।

चुनाव आयोग ने 15 राज्यों में 48 विधानसभा और दो लोकसभा सीटों पर भी उपचुनाव का ऐलान किया है। चुनाव आयोग ने झारखंड विधानसभा की 81 सीटों पर दो चरणों मतदान कराने की घोषणा की है। पहचे चरण का मतदान 13 नवंबर को और दूसरे चरण का 20 नंवबर को होगा। महाराष्ट्र और झारखंड के नतीजे एक साथ 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।

चुनाव आयगो ने महाराष्ट्र में एक चरण में चुनाव कराने का फैसला लिया है। विधानसभा की सभी 288 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा। 23 नवंबर को मतगणना होगी। सीआईसी राजीव कुमार ने बताया कि झारखंड में इस बार कुल 2.6 करोड़ मतदाता हैं, जबकि महाराष्ट्र में 9.63 करोड़ मतदाता हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कुल 1 लाख 186 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे, वहीं, झारखंड में 29, 562 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे।

राजीव कुमार ने कहा कि विधानसभा चुनाव में बुजुर्ग मतदाताओं के लिए घर से वोट डालने की व्यवस्था की जाएगी 85 साल से अधिक आयु के मतदाता घर बैठे ही अपना वोट डाल सकेंगे। उन्होंने कहा, आयोग का महाराष्ट्र और झारखंड में निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने पर जोर होगा। दो किलोमीटर के दायरे में पोलिंग बूथ होंगे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के इस पर्व में सभी मतदाताओं की भागीदारी जरूरी है।

झारखंड में 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने 81 सीटों में से 30 पर जीत हासिल कर सबसे बड़ी बनी थी, भाजपा ने 25 सीट और कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत हासिल की थी। चुनाव नतीजों के बाद झामुमो ने कांग्रेस और कुछ अन्य दलों के समर्थन से गठबंधन सरकार बनाई थी और हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने थे।

पिछले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में भाजपा-शिवसेना ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी, भाजपा को 105 सीटें मिली थीं, जबकि शिवसेना 56 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी। इसके अलावा एनसीपी 54 सीट और कांग्रेस 44 सीटों पर जीत दर्ज की थीं। मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा-शिवसेना गठबंधन टूट गया था, जिसके बाद उद्धव ठाकरे ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, हालांकि ढाई साल बाद एकनाथ शिंदे की बगावत से उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। फिर भाजपा के साथ मिलकर एकनाथ शिंदे ने सरकार बनाई थी।

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा कि हम चुनाव आयोग से अपील करते हैं कि महाराष्ट्र चुनाव को हरियाणा चुनाव जैसा न बनने दें…पैसों का खेल हो सकता है। अगर चुनाव आयोग खुद को निष्पक्ष मानता है, तो हम ऐसा नहीं मानते, उन्हें इन सब बातों का ध्यान रखना होगा। ईवीएम फुलप्रूफ नहीं है। राउत ने कहा कि चाहे जो भी हो सरकार बदलेगी। पीएम मोदी और अमित शाह के समर्थन से बनी महाराष्ट्र की असंवैधानिक सरकार बदलेगी।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा पर एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा, मुझे बहुत खुशी है कि चुनाव आयोग ने आज चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को मतगणना होगी। मुझे पूरा यकीन है कि महाराष्ट्र में लोग विकास, अच्छे काम और निश्चित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को वोट देंगे, जिसके कारण एनडीए को तीसरी बार जीत मिली। उन्होंने कहा कि हमने हाल ही में हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में चुनाव के नतीजे देखे हैं।

दो राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ निर्वाचन आयोग ने 15 राज्यों में 48 विधानसभा क्षेत्रों और दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव कराए जाने की घोषणा की है। केरल की वायनाड लोकसभा सीट के साथ साथ 47 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे। उत्तराखंड की एक विधानसभा सीट और महाराष्ट्र की नांदेड़ की एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 20 नवंबर को वोटिंग होंगी। राहुल गांधी यूपी की रायबरेली और वायनाड संसदीय सीट से सांसद चुने गए थे, मगर उन्होंने रायबरेली का प्रतिनिधित्व करने का फैसला किया और वायनाड सीट छोड़ दी थी। कांग्रेस ने वायनाड उपचुनाव में प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बनाने की घोषणा की है।